युवा कलाकार ने बिजौलिया की भक्ति परंपरा का गौरव बढ़ाया: अनुज प्रजापत ने रचा श्री बांके बिहारी चारभुजा जी की प्राकट्य लीला पर आधारित भजन

ललित चावला बिजौलिया | 01 Nov 2025

अनुज प्रजापत ने रचा श्री बांके बिहारी चारभुजा जी की प्राकट्य लीला पर आधारित भजन

बिजौलियाl बिजौलिया की पावन भूमि पर विराजमान महाविष्णु अवतार श्री बांके बिहारी चारभुजा नाथ की अद्भुत प्राकट्य लीला पर आधारित एक गरिमामयी भजन की रचना स्थानीय युवा गायक एवं कलाकार अनुज बिजौलिया (प्रजापत) द्वारा की गई है।

अनुज ने बताया कि इस भजन की प्रेरणा उन्हें बिजौलिया राजवंश के स्वर्गीय श्री राव सवाई चंद्रवीर सिंह से प्राप्त हुई। उन्होंने बताया कि उनसे चारभुजा नाथ की प्राकट्य कथा एवं मंदिर स्थापना से जुड़ी पौराणिक और ऐतिहासिक लीलाओं को प्रत्यक्ष सुनने के बाद ही यह भजन लिखा गया।

भजन में विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है कि किस प्रकार चारभुजा नाथ की दिव्य मूर्ति प्रकट हुई और कैसे उनके अद्भुत चमत्कारों से बिजौलिया में मंदिर की स्थापना हुई। यह रचना न केवल आस्था और भक्ति का प्रतीक है, बल्कि बिजौलिया की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को भी उजागर करती है।

वर्तमान में अनुज प्रजापत,पद्म भूषण से सम्मानित पंडित राजन-साजन मिश्रा के शिष्य डॉ. सदाशिव गौतम पंडित से शास्त्रीय संगीत की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। भक्ति और संगीत की इस साधना ने अनुज को बिजौलिया की सांस्कृतिक परंपरा से गहराई से जोड़ दिया है।

उनकी यह प्रस्तुति न केवल चारभुजा नाथ की महिमा का प्रसार करती है, बल्कि स्थानीय संस्कृति और श्रद्धा के गौरव को भी नए आयाम देती है।

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